खुश रहो बस खुश रहो!
यारों हमेशा खुश रहो !!
सुख मिलें या दुःख मिलें
हर हाल में तुम खुश रहो !!
खाने को पञ्च पकवान नहीं ,
दल रोटी में तुम खुश रहो !!
आज यारों का साथ नहीं,
तन्हाई में भी खुश रहो !!
आज वो रूठा रूठा सा है
उसकी इस अदा पे खुश रहो !!
नहीं मिल पायी तुम्हे प्रियतमा
उसकी यादों में तुम खुश रहो !!
जिसको तुम देख नहीं पाते
उसकी आवाज़ सुनके खुश रहो !!
क्या होगा किसको पता?
इसलिए आज में ही खुश रहो !!
जिन्दगी सिर्फ चार दिन की है
इसलिए हेर पल में खुश रहो !!
Tushar Kher
Tushar Kher
No comments:
Post a Comment